Saturday 1 October 2016

उत्तर प्रदेश - प. बंगाल के साथ मुम्बई से दिल्ली तक हिंदी का शंखनाद हिंदी को मिल कर रहेगा राष्ट्रभाषा का दर्जा - बिजय कुमार जैन

नई दिल्ली : हिंदी वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा आयोजित 'मैं भारत हूँ' एवं दिल्ली हिंदी साहित्य सम्मलेन के संयुक्त तत्वावधान में हिंदी को राष्ट्रभाषा की संवैधानिक मान्यता दिलाने के लिए जन-जागरण अभियान के अंतर्गत २४ सितम्बर 2016 को दोपहर 4 बजे से 7 बजे तक दिल्ली स्थित हिंदी भवन सभागृह में दीप प्रज्ज्वलित कर संपादक बिजय कुमार जैन, विद्वत कवी, साहित्यकारों, पत्रकारों एवं युवा वर्ग की उपस्थिति में बड़े ही उत्साहपूर्वक सपन्न हुआ | 


कार्यक्रम का संचालन महेशचन्द्र शर्मा ने किया | कार्यक्रम की मुख्य अध्यक्षता हिंदी के प्रतम हस्ताक्षर डॉ. वेद प्रताप वैदिक, दिल्ली के महापौर व् दिल्ली हिंदी साहित्य अकादमी के अध्यक्ष महेश चन्द्र शर्मा व कई विभिन्न कलाकारों ने हिंदी को राष्ट्रभाषा का सम्मान दिलाने पर जोर देते हुए अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया और हिंदी में हस्ताक्षर कर सरकार से अपील करें, कि शीघ्र हिंदी को राष्ट्रभाह्सा का सम्मान देकर जन-जन तक पहुंचाया जाए | 


कार्यक्रम के दुसरे पहर में विशिष्ट कवियों ने अपनी वाणी और कविताओं से कार्यक्रम की उपस्थिति रही, इस मौके पर वैदिक जी ने हिंदी को अधिक से अधिक प्रयोग करने की प्रेरणा दी, जिसमे हिंदी में  हस्ताक्षर करने पर विशेष रूप से जोर दिया गया और कहा कि जहां भी जाएं हिंदी में बात करें, हिंदी को शिक्षा का माध्यम बनाएं | शम्भुनाथ पाण्डे जी ने कहा कि हमें हिंदी भाषा को आखिरी उंचाईयों तक ले जाना है, इसके लिए चाहे हमें भूख हड़ताल या आंदोलन क्यों ना करना पड़े, अंत तक हम प्रयत्नशील रहेंगे, जब जब तक की हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्ज़ा नहीं मिलेगा, संपादक बिजय कुमार जैन ने कहा कि यदि आप लोग मेरा साथ दें तो विश्व हिंदी दिवस 10 जनुवरी 2017 को मुम्बई से दिल्ली तक रेलयात्रा का आयोजन करूं, जिसमे ट्रेन के 2-3 डिब्बों पर सारी सूचनाएं हिंदी में ही लिखी हो जो 42 स्टेशनों पर रुकेगी, जिससे जन-जन तक संदेश जाएगा कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा नहीं है जो होनी चाहिए | 



कार्यक्रम के अंत में जयपुर के पूर्व न्यायाधीश पानाचंद जैन ने कहा कि हिंदी को सम्मान दिलाने के लिए वो सुप्रीम कोर्ट में पुनः याचिका दायर करेंगे, जिसमे पुरे देश को एक साथ होना पड़ेगा, ऐसे में सरकार को मानना ही पड़ेगा कि हिंदी ही हमारी 'राष्ट्रभाषा' है | कार्यक्रम के अंत में सभी ने एक स्वर में हिंदी को राष्ट्रभाषा का आधिकारिक रूप से दर्जा दिलाने के लिए बिजय कुमार जैन के साथ श्रीमती दीपाली जैन, डॉ. ज्योत्स्ना जैन, रजनी जैन, पानाचंद जैन, डॉ. एन.के.जैन, मुकेश जैन, डॉ. स्वामीओमजी, कृष्णकुमार नरेडा, सुरेश खंण्डेलवाल, आर.पी.जैन, राशी जैन, संतोष खन्ना, आचार्य अनमोल, जे.के.स्वदीप, आर.के.जैन, ज्योति जैन, सनपाल यादव, मीरा सिंह, मोनिका सिंह, विजय गुप्ता एवं उपस्थित सभी हिंदी प्रेमियों ने इस नेक एवं राष्ट्रवादी अभियान का हाथ उठाकर पूरी शक्ति के साथ समर्थन किया



किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए कृपया संपर्क करें

निवेदक
बिजय कुमार जैन : 9322307908

1 comment:

  1. https://hi.wikipedia.org/w/index.php?search=%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AE%E0%A5%81%E0%A4%96+%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A5%80+%E0%A4%B8%E0%A5%87%E0%A4%B5%E0%A5%80+%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A5%E0%A4%BE%E0%A4%8F%E0%A4%81&title=%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%B6%E0%A5%87%E0%A4%B7:%E0%A4%96%E0%A5%8B%E0%A4%9C&go=%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%8F%E0%A4%81&searchToken=cchw9cjv9gu05gn4wz98axtyz

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